पटना, 10 अगस्त :: कोरोना संक्रमण के कारण 11 अगस्त, 2020 को होने वाली कृष्ण जन्माष्टमी सार्वजनिक रूप से नहीं मनाया जाएगा, लोग अपने अपने घरों में ही मना सकेंगे।
कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद में कृष्ण पक्ष के आठवें (अष्टमी) दिन मनाया जाता है। कैलेंडर के अनुसार, यह भगवान कृष्ण की 5247 वीं जयंती होगी।
भगवान कृष्ण का जन्म मथुरा के दुष्ट राजा कंस को मारने के लिए हुआ था। यह भगवान विष्णु के आठवें अवतार था, जिन्हें ब्रह्मांड का रक्षक माना जाता है।
कंस की बहन देवकी और वासुदेव की शादी के बाद, एक भविष्यवाणी में कहा गया था कि उनका आठवां बेटा कंस को मारेगा और पृथ्वी को उसके पापों से मुक्त करेगा।
कृष्ण जन्माष्टमी भारत में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन, लोग उपवास करते हैं और आधी रात को यानि 12 बजे के बाद भगवान कृष्ण का पूजा अर्चना करते हैं।