कायस्‍थ समाज अपने स्वर्णिम इतिहास को फिर दोहराएगा – जीकेसी 25 सितंबर से बिहार में करेगी शंखनाद यात्रा : राजीव रंजन प्रसाद

कायस्‍थ समाज अपने स्वर्णिम इतिहास को फिर दोहराएगा – जीकेसी 25 सितंबर से बिहार में करेगी शंखनाद यात्रा : राजीव रंजन प्रसाद

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 21 सितम्बर ::

जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) बिहार कार्यकारिणी समिति की बैठक 21 सितम्बर (मंगलवार) को संपन्न हुई। बैठक में 18-19 दिसंबर को नयी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में होने वाले विश्व कायस्थ महासम्मेलन ‘उम्‍मीदों का कारवां’ कार्यक्रम के तैयारी की समीक्षात्मक चर्चा की गयी।

जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए विश्व कायस्थ महासम्मेलन ‘उम्‍मीदों का कारवां’ कार्यक्रम में बिहार की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में बिहार कला- संस्कृति प्रकोष्ठ की ओर से होने वाले कार्यक्रमों में बिहार की भागीदारी और कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर विचार-विमर्श भी किया गया।

उक्त अवसर पर जीकेसी के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने 19 दिसंबर को तालकटोरा स्‍टेडियम में आयोजित विश्व कायस्थ सम्मेलन ‘उम्‍मीदों का कारवां’ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए समाज के लोगों से दिल्‍ली चलो कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया और कहा कि कायस्‍थ समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। मौजूदा राजनीतिक और समाजिक परिदृश्‍य में कायस्थ समाज की उपेक्षा की जा रही है। कायस्थ राजाओ, साम्राज्यों और उनके साहसिक शासनकाल का अविस्मरणीय योगदान रहा है, जिसे कायस्‍थ समाज एक बार फिर दोहराएगा। सभी लोगों को फिर से एकजुट होने की जरूरत है। मौजूदा राजनीति और समाजिक परिदृश्‍य में कायस्‍थ समाज को सत्ताधारी राजनीति दलों द्वारा लगातार नजर-अंदाज करना भारी पड़ेगा।

जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने कहा कि जीकेसी की स्थापना का महत्वपूर्ण उद्देश्य सम्पूर्ण कायस्थ समाज को संगठित, उन्नत एवं सशक्त करना है। कायस्थ समाज के लोगों को एक दूसरे से समन्वय स्थापित करने की जरूरत है, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके। उन्होंने जीकेसी सदस्यता अभियान में युवाओं और महिलाओं को जोड़ने पर विशेष जोर दिया।

जीकेसी बिहार की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने कहा कि दिल्ली चलो एक नारा नहीं बल्कि एक मिशन है और इसकी तैयारी के लिये जीकेसी बिहार की टीम मिलजुल कर अभी से तैयारी करने में लगी हुयी है।जीकेसी गठन का मूल उद्देश्य कायस्थ समाज के लोगों का राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक विकास करना है। जीकेसी के गठन के साथ ही धरातल पर काम करने वाले प्रतिभाशाली लोगों की टीम बनायी गयी है, जो सबका साथ और सबका विकास के साथ काम करने में कृत संकल्पित हैं। उन्होंने आगामी 25 सितंबर से होने वाले शंखनाद यात्रा में लोगों को बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।

उक्त अवसर पर जीकेसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक कुमार अभिषेक, मीडिया सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय सिन्हा, प्रदेश उपाध्यक्ष-सह-मीडिया प्रभारी जितेन्द्र कुमार सिन्हा,
राष्ट्रीय सचिव अनुराग समरूप, दिलीप कुमार सिन्हा, विद्या भूषण, डब्लू, संजय कुमार सिन्हा, आलोक कुमार वर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजय सिन्हा, कर्नाटक महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष पूजा चंद्र, कला संस्कृति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति दास आईटी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष बृजेश , रुपेश चंद्र कोषाध्यक्ष , कर्नाटक मीडिया सेल के प्रदेश महासचिव मुकेश महान, राष्ट्रीय प्रवक्ता अतुल आनंद सन्नू , राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रिधिमा श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष कला संस्कृति प्रकोष्ठ दिवाकर कुमार वर्मा, प्रदेश महासचिव संजय सिन्हा सहित सभी 38 जिलों से आये प्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

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