पार्टनर से हिसाब करने गये नौबतपुर गये पटना के दो राइस मिल कारोबारी राकेश कुमार गुप्ता तथा उनके सहोदर भाई अमित कुमार मंगलवार की देर दोपहर बाद संदिग्ध हाल में लापता हो गये। इनमें राकेश कुमार गुप्ता बिहार राइस मिल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं। ये दोनों पटना के जमाल रोड के रहनेवाले हैं। एक भाई का मोबाइल गाड़ी से बरामद किया गया है, जबकि दूसरे के मोबाइल का स्विच ऑफ है। परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताते हुये नौबतपुर थाने में गुमशुदगी का सनहा दर्ज कराया है। पुलिस दोनों भाइयों के मोबाइल का सीडीआर निकाल कर जांच करने में जुटी है।
अहाते में खड़ी मिली लग्जरी कार
लापता कारोबारी राकेश कुमार गुप्ता के पिता भरत प्रसाद के मुताबिक दोनों भाई मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे पटना जमाल रोड स्थित ओमराज अपार्टमेंट से निकले थे। यहां से दोनों नौबतपुर के नगवां स्थित सांई कमल राइस मिल अपने पार्टनर राजीव रंजन से हिसाब करने गये थे, लेकिन देर रात तक जब दोनों भाई घर वापस नहीं लौटे। मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो बात नहीं हो सकी। ऐसे में परिजनों को अनहोनी की चिंता सताने लगी। बुधवार की सुबह परिजन नगवां स्थित उनके पार्टनर के पास पहुंचे तो पता चला कि हिसाब करके दोनों भाई अरवल जाने की बात कह वहां से देर शाम को ही चले गए थे, लेकिन दोनों व्यवसायी भाइयों की लग्जरी कार नौबतपुर बाजार स्थित पार्टनर राजीव रंजन के बड़े भाई के कार्यालय के खुले अहाते में खड़ी पायी गयी।
सीडीआर की जांच में जुटी पुलिस
इस संबंध में नौबतपुर थाना प्रभारी सम्राट दीपक ने बताया कि गुमशुदगी का सनहा दर्ज कर गंभीरता से मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज में यह साफ दिख रहा है कि दोनों भाई गाड़ी लगाकर बाजार की ओर गये हैं, लेकिन कुछ देर बाद एक भाई लौटता है और गाड़ी से एक काले रंग का बैग लेकर बाजार की ओर गया। वहीं, फुटेज में एक के हाथ में लाल रंग का कैरीबैग भी नजर आ रहा है। पुलिस ने बताया कि बाजार से होकर वो बिक्रम जाने वाले ऱास्ते की ओर गये। इसके आगे की तस्वीर फुटेज में नहीं दिख रही है।
दोनों कारोबारी भाइयों के लापता होने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। अबतक अपहरण व फिरौती मांगने जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। फुटेज की जांच में दोनों पैदल जाते दिखे हैं। जांच में कई अन्य बातें सामने आ रही हैं। सभी पहलुओं की जांच करते हुये दोनों भाइयों को सकुशल बरामद करने के प्रयास में पुलिस जुटी है।