उभरता बिहार के संपादक राजीव रंजन के शादी की सालगिरह पर किया गया पौधरोपण,बांटा राशन व शिक्षण किट
गौतम सुमन गर्जना
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भागलपुर : जीवन में कुछ पलों का विशेष महत्व होता है,शादी की सालगिरह भी ऐसा ही एक महत्वपूर्ण क्षण है.उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सह मासिक पत्रिका “उभरता बिहार” के संपादक राजीव रंजन और उनकी पत्नी जायसवाल क्लब व महिला विकास सेवा संस्थान की सदस्य सह पल्लवी रंजन की शादी की 26 वीं सालगिरह को उनके मित्र सह वरीष्ठ पत्रकार गौतम सुमन ने गरीबों के नाम कर सर्वप्रथम दोनों को बधाई दी और कहा कि यह 26 वां सालगिरह का उत्सव 62 वें साल महोत्सव के रुप में मनें, यही उनकी कामना है.तत्पश्चात शहर के लाजपत पार्क परिसर में अपनी इस कामना की पूर्ति हेतु पौधा रोपण किया.इसके बाद गरीबों की बस्ती में पहुंचकर उनको राशन व शिक्षण सामग्री के साथ मास्क-सैनिटाईजर आदि का वितरण किया. उन्होंने कोरोना संक्रमण काल व उसके बाद भी लोगों की मदद करने की बात कही.
वहीं उच्च न्यायालय के अधिवक्ता सह मासिक पत्रिका “उभरता बिहार” के संपादक राजीव रंजन
ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया को समाज की सच्ची युनिवर्सिटी बताते हुए मीडियाकर्मियों जनतंत्र का सबसे प्रखर व मुखर स्तंभ बताया और कहा कि समय के बदलते परिवेश में पत्रिकाओं का चलन कुछ कम हुआ है लेकिन उनका यह मासिक पत्रिका उभरता बिहार के सर्कुलेशन को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि आज के दौर में भी सुधि पाठक गण मौजूद हैं.उन्होंने अपनी पत्नी
जायसवाल क्लब व महिला विकास सेवा संस्थान की सदस्य पल्लवी रंजन की शादी की 26 वीं सालगिरह को यादगार बनाने के लिए उभरता बिहार मासिक पत्रिका का बेवसाइट लौंच किया. इस मौके पर उभरता बिहार मासिक पत्रिका के विशेष संवाददाता सह राजनीतिक व सामाजिक विश्लेषक गौतम सुमन ने कहा कि इन दिनों भौतिकवादी माहौल में वाहनों के अत्यधिक प्रयोग से उत्पन्न धुएं,कंकरीट सड़कें बन रही हैं.कम होते पौधे व कचरे के कारण धरती गर्म हो रही है और हवा प्रदूषित हो गई है,जिसके कारण नेत्र,श्वांस व त्वचा संबंधी बीमारियां उत्पन्न होने का खतरा बढ़ गया है.इसलिए अधिक से अधिक पौधारोपण करके पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सकता है.इसलिए उन्होंने अपने मित्र सह बड़ै भाई-भाभी की शादी की सालगिरह के मौके पर पौधारोपण कर अन्य लोगों को धरती को हरा-भरा रखने के प्रति जागरूक किया. वहीं राजीव रंजन की पत्नी पल्लवी रंजन ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में ऑक्सीजन की महत्ता अब लोगों को समझ में आ रही है.यदि पेड़-पौधों के कटान पर रोक नहीं लगाई गई तो निश्चित ही आने वाले समय में ऑक्सीजन के लिए और अधिक किल्लत झेलनी पड़ेगी. उन्होंने अपनी 26 वीं सालगिरह के मौके पर इस तरह पौधारोपण के आयोजन की प्रशंसा की और आयोजकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि निश्चित रूप से आज की यह 26वीं सालगिरह उनके लिए अविस्मरणीय है.
इस दौरान डाॅ.जयंत जलद, बिनोद कसेरा,किशोरी साह,अब्दुल कलाम,अमन गुप्ता, अजय कुमार,प्रतीक केसरी आदि मौजूद रहे.
फोटो : बच्चों के बीच शिक्षण कीट बांटकर पौधारोपण करते हुए