जितेन्द्र कुमार सिन्हा, 21 अक्टूबर ::
सूत्रों ने से मिली जानकारी के अनुसार, दीपावली तक प्याज की कीमत में अप्रत्याशित बढोत्तरी होने की संभावना है। यह बढोत्तरी 100 रुपए प्रति किलो तक हो सकता है।
देश के कई हिस्सों में हो रही बेमौसम बारिश के कारण अगले एक महीने में प्याज के दाम में तेजी से उछाल आने की उम्मीद है। अभी बाजार में प्याज 40-50 रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
सूत्रों ने बताया कि देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव (नासिक) में प्याज का भाव 6802 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। ये इस साल का सबसे ज्यादा कीमत है। पिछले कुछ दिनों में महाराष्ट्र के कई इलाको में भारी बारिश हुई है। इसके चलते खेतों में प्याज की फसल बर्बाद हो गई है। बेमौसम बारिश के चलते महराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक में फसल को नुकसान हुआ है। नई फसल होने पर फरवरी 2021 तक प्याज के दाम कम होने होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि अनलॉक -5 में होटल, रेस्त्रां और ढाबे खुलने से प्याज की मांग बढ़ी है और वारिश एवं आपूर्ति बाधित होने के कारण प्याज के कीमत पर असर पर रहा है।
सूत्रों ने बताया कि थोक मंडी में प्याज का कीमत एक दिन में 2000 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ा है। कर्नाटक में भी हुई बेमौसम बारिश की वजह से भी प्याज की आपूर्ति में कमी आई है। भारत में प्याज की खेती,पहला खरीफ, दूसरा खरीफ (खरीफ सीजन में प्याज की बुआई जुलाई अगस्त महीने में होती है) के बाद और तीसरा रबी सीजन, में होती है।
खरीफ सीजन में बोई गई प्याज की फसल अक्टूबर-दिसंबर में बाजार में पहुंचता है। प्याज का दूसरे सीजन में बुआई अक्टूबर नवंबर में की जाती है। इसका आपूर्ति जनवरी-मार्च में बाजार में पहुंचता है।प्याज की रबी फसल की बुआई दिसंबर-जनवरी में होती है और फसल की आपूर्ति मार्च-मई तक होती है।