एमएसएन लैब ने ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के इलाज की दवा बाजार में उतारी, जानिए टैबलेट और इंजेक्शन की कीमत
राकेश कुमार, मई 25, 2021
कोविड-19 से ठीक हो रहे कई मरीजों में म्यूकोरमायकोसिस नामक दुर्लभ फंगल संक्रमण पाया गया है, जो ब्लैक फंगस के नाम से जाना जाता है।
कोरोना से रिकवरी के बाद ब्लैक फंगस के मामले देशभर में तेजी से बढ़ रहे हैं। फार्मा कंपनी एमएसएन लैबोरेटरीज ने शुक्रवार को ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) मरीजों के इलाज में उपयोगी पोसाकोनाजोल (Posaconazole) को बाजार में उतारा है। यह दवा फंफूदी नाशक ट्राइजोल कैटेगरी की है। कोविड-19 से ठीक हो रहे कई मरीजों में म्यूकोरमायकोसिस नामक दुर्लभ और मारक फंगल संक्रमण पाया गया है, जो ब्लैक फंगस के नाम से जाना जाता है। इससे मृत्यु दर बढ़ रही है।
कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक, एमएसएन ने पोसाकोनाजोल को ब्रांड नाम पोसा वन (PosaOne) से 100 एमजी में टैबलेट और 300 एमजी क्षमता में इंजेक्शन पेश किए हैं। इसे ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों के इलाज में कारगर पाया गया है। पोसावन (PosaOne) को भारतीय ड्रग कंट्रोल डीसीजीआई से मंजूरी मिल गयी है।
कंपनी के मुताबिक, ब्लैक फंगस के इलाज में कागगर पोसावन (PosaOne) के प्रति टैबलेट की कीमत 600 रुपये है; जबकि, कंपनी ने प्रति इंजेक्शन की कीमत 8500 रुपये रखी है। कंपनी का कहना है कि एमएसएन के एंटी फंगल ड्रग के क्षेत्र में रिसर्च एंड मैन्युफैक्चरिंग क्षमता का यह नतीजा है। कंपनी ने अब अपने मजबूत डिस्ट्रिब्यूशन नेटवर्क के जरिये इसे देश भर में मरीजों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
बता दें, कोविड ट्रीटमेंट रेंज के हिस्से के तौर पर एमएसएन पहले ही फाविलो (फाविपिराविर) को 200एमजी, 400एमजी व 800एमजी के माप में तथा ओसलो (ओसेल्टामिविर) 75एमजी कैप्सूल में और ऐलाई लिली के साथ लाइसेंस्ड बारिडोज (बारिसिटिनिब) को लांच कर चुकी है।