रोजगार युवाओं का मौलिक हक़ है-मंजूबाला पाठक

रोजगार युवाओं का मौलिक हक़ है-मंजूबाला पाठक

सामाजिक संस्था बाबू धाम ट्रस्ट की अध्यक्षा और बिहार महिला कांग्रेस की पूर्व उपाध्यक्ष मंजूबाला पाठक ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला है।उन्होंने रोजगार के नाम पर सरकार से पूछा कि नीतीश सरकार को बताना चाहिए कि अब तक कितने बच्चों को रोजगार दिया?हमारे युवा दूसरे प्रदेशों में रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं और नीतीश सरकार अपनी कुम्भकर्णी निद्रा में सो रही है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मंजूबाला पाठक ने पत्रकारों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया था और वो युवाओ के भविष्य को ले कर चिंतित दिखी।उन्होंने कहा अगर युवाओ को रोजगार नही मिलेगा तो हमारे युवा अवसाद का शिकार हो जाएंगे।ऐसे में युवाओ का नशे के गिरफ्त में भी चले जाने का खतरा बना रहेगा।

उन्होंने नीतश सरकार को याद दिलाया कि उन्होंने चुनावो के पहले अधिकारियों को रोजगार उत्सर्जन के लिए प्रयास करने का आदेश दिया था।उसका क्या हुआ?प्रदेश के युवाओ का मौलिक हक़ है रोजगार पाना।सरकार कब तक इस बात से अनभिज्ञ रहेगी?

आपको बता दें मंजूबाला पाठक हमेशा विकास की राजनीति पर ज़ोर देती रही हैं।महिला सुरक्षा और महिलाओं के लिए वित्तीय आज़ादी की पक्षधर रही है।उनकी अध्यक्षता में बाबू धाम ट्रस्ट के द्वारा कोरोना काल मे किये गए कार्यो ने पूरे देश मे वाह वाही पाई है।

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