बिहार में पहली बार मिले ब्लैक फंगस के पांच मरीज, तीन का एम्स तो एक का IGIMS में चल रहा इलाज

राकेश कुमार, पटना
मई 13, 2021

बिहार में पहली बार मिले ब्लैक फंगस के पांच मरीज, तीन का एम्स तो एक का IGIMS में चल रहा इलाज

बिहार में भी ब्लैक फंगस नाम से एक नई मुसीबत ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है।
बिहार में पहली बार ब्लैक फंगस म्यूकोरमाइकोसिस के चार मरीज मिले हैं, तीन मरीज एम्स पटना में, जबकि एक मरीज आईजीआईएमएस में इलाज कराने पहुंचे हैं। एम्स में पहुंचे मरीजों की नाक की हड्डी गल गई थी जबकि आईजीआईएमएस के मरीज के आंखों के पास फंगस का संक्रमण पहुंच गया था। सभी का इलाज चल रहा है।

कोरोना से स्वस्थ होने के बाद यानी पोस्ट कोविड मरीज इस बीमारी के शिकार होते हैं। अगर शुरुआती समय में पहचान न हो तो इससे जान बचना मुश्किल हो जाता है। इसमें मृत्यु दर 80 से 85 प्रतिशत तक है।

पिछले तीन दिनों में इस बीमारी के छह संदिग्ध मरीजों की एम्स में जांच की गई, जिसमें चार में इस बीमारी की पुष्टि हुई, तीन का इलाज ईएनटी विभाग में चल रहा है। बिहार के मुजफ्फरपुर में बुधवार को पहली बार ‘ब्लैक फंगस’ का मामला सामने उजागर हुआ है। कोविड-19 से उबरने के बाद 52 वर्षीय महिला के आंखों के पास फंगस का संक्रमण पहुंच गया। इस महिला को ब्लैक फंगस के संक्रमण का इलाज के लिए पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कोविड-19 से उबर चुके या उबर रहे लोगों में ब्लैक फंगस संक्रमण के मामले पाए जा रहे है। ब्लैक फंगस के संक्रमण को म्यूकरमायकोसिस भी कहा जाता है जो एक बेहद दुर्लभ मगर गंभीर है। फंगस का संक्रमण कमजोर इम्यूनिटी वाले रोगियों के नाक, आंख में विकसित होता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है।

एम्स पटना में ईएनटी विभाग की अध्यक्ष डॉ. क्रांति भावना ने बताया कि इसका सबसे अधिक खतरा डायबिटीज के उन मरीजों के लिए है जिनको इलाज के दौरान अनियंत्रित स्टेरॉयड और दवाइयां दी गईं हैं। इसके अलावा कैंसर, किडनी रोगी और अंग प्रत्यारोपण करा चुके कोरोना संक्रमितों के लिए यह काफी घातक है। इसमें नाक के रास्ते में काला फंगस जैसा हो जाता है। पहले चरण में यह नाक के भीतरी हिस्से में पहुंचकर नाक और जबड़े की हड्डियों को गला देता है। दूसरे चरण में यह आंख के आसपास के कोशिकाओं व मांसपेशियों को गलाता है। इससे आंखों की रोशनी चली जाती है।

इस बीमारी के लक्षण:

  • नाक में दर्द, सूजन, खून आना या नाक बंद होना
  • दांत या जबड़े में दर्द हो और दांत गिरने लगे
  • आंखों से धुंधला दिखने लगे और आंखों में दर्द हो
  • सीने में दर्द, बुखार, खून की उल्टी और तेज सिरदर्द

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