‘खबर को खबर रहने दें न बनाएं व्यपार, GLOCAL हॉस्पिटल की मीडिया से अपील

‘खबर को खबर रहने दें न बनाएं व्यपार, GLOCAL हॉस्पिटल की मीडिया से अपील

GLOCAL हॉस्पिटल के खिलाफ चलाये गए गलत खबर का हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने किया खंडन

पटना- बिहार में कोरोना महामारी से चारों तरफ त्राहिमाम पसरा है। लोग अपनी ज़िंदगी बचाने के लिए सबसे पहले अस्पताल और डॉक्टरों का सहारा ही लेता है ताकि जिंदगी बच सके और अस्पताल प्रशासन भी अपनी पूरी समर्पण और जिम्मेदारी का निर्वाह करते हुए मरीज को ठीक कर वापस घर भी भेज रहे हैं। लेकिन इसी बीच भागलपुर से लेकर पटना के एक अस्पताल की एक ऐसी खबर पीड़िता के बयान से निकल कर बाहर आई वह वाकई निदनीय है। अब इस खबर में कितनी सच्चाई है वह तो प्रशासन के कार्यवाई के पश्च्यात ही पता चलेगा।

आपको बता दें कि इस मामले में एक पीड़ित महिला ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को लेकर उस पर संगीन आरोप लगाया है जिसमें भागलपुर के अस्पताल ग्लोकल हॉस्पिटल के कर्मचारी को भी लपेटे में लिया है और उक्त महिला के आरोप को भागलपुर अस्पताल के हॉस्पिटल प्रबंधक ने बिल्कुल निराधार बताया है और झूठी आरोप का खंडन करते हुए मीडिया कर्मियों से अपील किया है कि ‘खबर को सच्ची खबर ही रहने दें इसे व्यापार न बनाएं’। खबर की जांच हो और दोषी पर कार्रवाई की जानी चाहिए फिर किसी अच्छे संस्थान के विरोध में खबर चलाने की सोचें।

सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पीड़ित महिला का पति कोरोना पीड़ित था जिसे सबसे पहले भागलपुर के एक अस्पताल ग्लोकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। महिला का आरोप है कि मेरे मरीज की देख भाल अस्पताल कर्मचारी जिम्मेदारीपूर्वक नही करता थे और मेरे ऊपर गंदी नजर रखता था और एक समय तो एक कम्पाउंडर ने हमारे शरीर पर से दुपटा भी खींच लिया। हमने डर से कोई शिकायत नही की क्योंकि मेरे पति की हालत बहुत गंभीर थी।

बता दें कि वहीं भागलपुर अस्पताल के हॉस्पिटल प्रबंधक ने महिला के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महिला का आरोप सरासर गलत है। उसने कहा कि महिला अपनी माँ और पति को 17 तारीख़ को एडमिट की थी और उनकी माँ इसी हॉस्पिटल से ठीक होकर 28 तारीख़ को डिस्चार्ज हुई है। उनके पति को 23 तारीख़ को रेफ़र किया गया हयरर्सेंटर उनका आरोप है की हमारे मरीज को बाई पेप नही लगाया पर उनके मरीज को 22 को बाई पेप लगाया गया था हमारे पास उसका पक्का सुबूत और सी सी टीवी फुटेज है जिसमें साफ – साफ दिख रहा है की बाई पेप लगा हुआ है । उसने अपनी मर्जी से मरीज को पटना के किसी अस्पताल में भर्ती कराया और जब उनके पति की मौत हो गई तब हमारे संस्थान ग्लोकल हॉस्पिटल और हमारे कर्मचारी पर लापरवाही और छेड़खानी का आरोप लगा रही है। जो बिल्कुल गलत है। और हॉस्पिटल प्रबंधक ने तमाम मीडिया बंधुओं से अनुरोध करता हुँ की जो आप खबर चल रही है पहले खबर की पुष्टि कर लिया जाये तभी ये ख़बर चलाई जाए चुकी किसी भी संस्था को बदनाम नही किया जाए संस्था सबो के हित मे काम करती है और करती रहेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच हो फिर जो सच्चाई है उसको मीडिया सामने रखे।

अब जांचोपरांत देखना होगा कि पहले चलाई गई खबर में जो पीड़िता ने बयान दिया है मीडिया को वह कितना सच है।

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