जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 12 नवम्बर :: इस वर्ष छोटी दीपावली (रूप चौदस) और दीपावली एक ही दिन मनाई जाएगी। धनतेरस भी दीपावली के 1 दिन पहले 13 नवंबर को होगी।
दीपावली 14 नवंबर को मनाई जायेगी। लक्ष्मी पुजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:28 से शाम 7:24 तक,
प्रदोष काल मुहूर्त शाम 5:33 से रात्रि 8:12 तक और वृषभ काल मुहूर्त शाम 5:28 से रात्रि 7:24 तक है। चौघड़िया मुहूर्त (लाभ, अमृत) दोपहर 02:17 से शाम को 04:07 तक और शाम को 05:28 से शाम 07:07 तक है। रात्रि (शुभ, अमृत, चल) 08:47 से देर रात्रि 01:45 तक और प्रात:काल (लाभ) 15 नवंबर को 05:04 से 06:44 तक है।
व्यापारिक प्रतिष्ठान पूजा मुहूर्त सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त अभिजित दोपहर 12:09 से शाम 04:05 तक, गृहस्थों के लिए लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त: 14 नवंबर की शाम 5:49 से 6:02 बजे तक है।
भाई दूज व श्री चित्रगुप्त पूजा 16 नवम्बर को होगा।
शुक्र का तुला राशि में परिवर्तन
होने से अस्वस्थ चल रहे लोगों को जहां बीमारी से राहत मिलेगी, वहीं देश-दुनियाँ को औषधि विज्ञान के क्षेत्र में बहुत बड़ी सफलता मिलने के योग बन रहा हैं। वहीं मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु और कुंभ राशि वालों को खुशखबरी मिल सकता है।
मेष राशि वालों को भरपूर दांपत्य सुख प्रदान और अच्छे फलों की आपको प्राप्ति हो सकता है।
मिथुन राशि वालों को संतान की ओर से खुशखबरी, आपके व्यक्तित्व से लोग कायल और वाणी से दूसरों को प्रभावित कर सकते हैं। स्टेटस बढ़ेगा। नौकरी में पदोन्नति और अधिकारों में भी इजाफा, आय के नए साधन, मिल सकता है।
सिंह राशि वालों को भाई-बहन, इच्छा शक्ति, आंतरिक ऊर्जा और पराक्रम, मनोकामनाओं पुर्ति हो सकता है।
तुला राशि वालों की जिंदगी में खुशहाली, ज्ञान में इजाफा, रोगों से मुक्ति और कोर्ट-कचहरी के मामलों में उनका पलड़ा भारी और लक्ष्मी की विशेष कृपा रह सकता है।
धनु राशि वालो को अच्छे फलों की प्राप्ति और मान-सम्मान में बढोतरी हो सकता है।
कुंभ राशि वालों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता और माता-पिता की सेहत में सुधार हो सकता है।
शुक्र का राशि परिवर्तन से वृषभ राशि , कर्क राशि, कन्या राशि व मीन राशि वालों के लिए सामान्य फलदायक होगा।
माँ लक्ष्मी की पूजा में तुलसी के पत्ते, पूजा के वक्त दीया दाहिने तरफ, सफेद फूल, भगवान विष्णु की पूजा और दक्षिण दिशा में प्रसाद का उपयोग कदापी नहीं करना चाहिए।
माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए
‘ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ
महालक्ष्मयै नम:’ मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
दीपावली पर कर्ज मुक्ति के लिए माँ लक्ष्मी को मालपुआ का भोग लगाये। धनतेरस और दीपावली के दिन अपामार्ग की जड़ घर अपनी दाईं भुजा में बांधें और धनतेरस और दीपावली के दिन शाम के समय बरगद की जटा में गांठ बांधे। काली हल्दी को सिंदूर और धूप से पूजा के बाद चांदी के दो सिक्के के साथ लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी या फिर धन के स्थान पर रखें ।