भ्रस्टाचार उजागर करने पर पूर्व अफसर अरुण तिवारी पर हुआ जानलेवा हमला
बगहा के उमाशंकर तिवारी महिला डिग्री कॉलेज में हो रहे भ्रस्टाचार को उजागर करने पर पूर्व अधिकारी पर जानलेवा हमला किया गया है।अधिकारी दिल्ली के अर्बन डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में चीफ एडमिनिस्ट्रेटर के पद पर कार्यरत रह चुका है।
बनकटवा, बगहा निवासी पूर्व अफसर श्री अरूण तिवारी भारत सरकार में वरिष्ठ नौकरशाह थे उन्होंने भारत सरकार के अलग अलग मंत्रालयों में पूरी तत्परता ऑर ईमानदारी से सेवा किया तथा समाज में बहुत से लोगों की भरपूर मदद की।
यहां तक अपने जमीन में दर्जनों गरीबों ऑर पिछड़ों को स्थाई रूप से बसाया है।
मिली जानकारी के अनुसार पूर्व अफसर दिल्ली से रिटायरमेंट के बाद वापस अपने पैतृक गाँव रहने लगे थे।गांव में आने के बाद उन्हें उमाशंकर तिवारी डिग्री कॉलेज में हो रहे भ्रस्टाचार के बारे में जानकारी मिली।कॉलेज में फीस के नाम पर धोखे से तीन गुना तक फीस वसूली जा रही थी।इसके अलावा शिक्षकों के वेतन में भी अनियमितता बरती जा रही थी।इसी का विरोध श्री अरुण तिवारी(पूर्व अफसर) कर रहे थे।
क्योंकि उमाशंकर तिवारी डिग्री कॉलेज को बनवाने में श्री अरूण तिवारी ने आर्थिक मदद किया ऑर साथ ही बहुत सारे जरूरी समान की उपलब्धता सुनिश्चित किया।
और साथ ही उक्त डिग्री कॉलेज से परिवार की मान प्रतिष्ठा ऑर पूर्वजों की गरिमा जुड़ी हुई है।इसी कारणवश उक्त डिग्री कॉलेज में हो रहे भ्रष्टाचार ऑर चारित्रिक हनन की बात से अरूण तिवारी आहत थे ऑर हो महाविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे थे ।
कल जब वो अपनी पत्नी के साथ बैठे थे तभी उनपर उनके अपने ही भाइयों ने हमला कर दिया।श्री तिवारी को गंभीर चोटें आई हैं।इसके अलावा उनकी पत्नी को भी बुरी तरह से मारा पीटा गया।इस बाबत जब हमारे पत्रकार ने अरुण तिवारी से इसका कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि “अपने ही घर के कॉलेज में इस तरह के भ्रस्टाचार को मैं बर्दास्त नही कर पाया और मैंने इसका विरोध किया।उन्होंने कहा कि मुझे सूचना तो ये भी मिली है कि इस कॉलेज में बच्चियों का शोषण होता है।जब मैंने इसका विरोध किया तो मुझे जान से मारने की धमकी दी गयी।मैंने अपना विरोध जारी रखा इसी के वजह से मुझ पर जानलेवा हमला किया गया है।
आपको बता दें कि श्री अरुण तिवारी जी के अपने भाइयों अनिल तिवारी और अरविंद तिवारी ने पूर्व अफसर की ज़मीन भी हड़प रखी है।अक्सर वो पूर्व अफसर को दिल्ली वापस जाने के लिए दबाव भी बनाते रहते है। क्योंकि उनके मनमानी में अरूण तिवारी रोड़ा बन रहे थे।
अनिल तिवारी अपराधिक प्रकृति का आदमी है ऑर उनपर हत्या ऑर फिरौती के संगीन मामले विचाराधीन हैं।
घटना के बाद पूर्व अफसर ने संबंधित थाने में एफआईआर 727/20 दर्ज कराई है।
अब देखना है कि प्रशासन अनिल तिवारी ऑर अरविंद तिवारी के विरूद्ध क्या कारवाई करती है क्योंकि पीड़ित अरूण तिवारी ने दशकों भारत माता की सेवा किया है ऑर कई मौकों पर राष्ट्रीय स्तर पर बिहार ऑर चंपारण का मान बढ़ाया है