जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 18 सितम्बर :: सूत्रों ने जानकारी दी कि मलमास लग जाने के कारण इस वर्ष शारदीय नवरात्रि 17 अक्टूबर से शुरू हो कर 25 अक्टूबर तक चलेगा। इस साल दो माह अधिक मलमास/खरमास लगने के कारण (लीप इयर होने के कारण) ऐसा हो रहा है। लीप ईयर और मलमास एक साथ 165 वर्ष बाद पड़ा है।
प्रत्येक वर्ष शारदीय नवरात्रि का पर्व पितृपक्ष (श्राद्ध) के बाद ही प्रारंभ हो जाता था, लेकिन इस बार पितृपक्ष (श्राद्ध) के तत्काल बाद ही मलमास/खरमास लगने के कारण शारदीय नवरात्रि 25 दिन बाद से प्रारंभ होगी। पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि शुरू होकर नवमी तिथि तक चलता हैं।
सूत्रों के अनुसार, आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानि 17 अक्टूबर को कलश स्थापना प्रात:काल 06.27 बजे से 10.13 बजे तक तथा कलश स्थापना के लिए अभिजित मुहूर्त सुबह 11. 44 से 12.29 तक रहेगा।
सूत्रों ने बताया कि शारदीय नवरात्रि के नौ दिन मां नवदुर्गा के नौ रूपों की, प्रतिपदा को मां शैलपुत्री, दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन मां चंद्रघंटा, चौथे दिन मां कुष्मांडा, पांचवें दिन मां स्कंदमाता, छठे दिन मां कात्यायनी, सातवें दिन मां कालरात्रि, आठवें दिन मां महागौरी और नौवें और सिद्धिदात्री की आराधना की जाती है।