कार्यकर्ताओ के साथ अपनत्व कायम करेंगे तभी पार्टी में बैठे पदधारियों को मिल सकता है समर्थन
ललन कुमार : किसी भी पार्टी को गतिशील और धारड़प प्रतिपक्षी पार्टी बनाने के लिए यह अति आवश्यक है कि पार्टी के पदधारी नेता व्यक्ति वादी और राजनितिक नजरिए से ऊपर उठकर पार्टी को महत्व देते हुए आम कार्यकर्ताओ के साथ अपनत्व और परिवारिक संबंध कायम करे। तभी पार्टी के आम कार्यकर्त्ता साथियो का समर्थन पदधारियों को मिल सकता है। उक्त बाते बुधवार को भागलपुर परिवारिक कार्य के पश्चात “से खास वार्तालाप की बढ़ती लोक प्रत्यता में लोगो के बीच कॉग्रेस पार्टी की लोकसभ्यता के प्रश्न पर पार्टी के ललन कुमार ने कही। उन्होंने संगठन की मजबूती पर विशेष फॉक्स देते हुए, ललन कुमार अखिल भारतीय युवा कॉग्रेस के बिहार के पूर्व अध्यक्ष कहा की पार्टयों दुवारा निष्ठवान कार्यकर्ताओ की उपेक्षा और अवसरवदियो को संगठन में महत्व दिय जाने के कारण ही निष्ठावान और प्रतिबंध कार्यकर्ताओ में निराशा की भावना
पनपती है और वे पार्टी का काम करना छोड़ देते है
पार्टी सहित अन्य मुद्दों पर खुलकर बोले ललन कुमार
ललन कुमार ने बुधवार को विशेष पार्टी स्थान समर्थक बनाना एवं ड्राइंग कार्यो को कॉग्रेस पार्टी के मह्त्व पदों दरकिरण कर पार्टी संगठन को मजबूत किया जा सकता है,जवाब देते हुआ श्री ललन कुमार एक प्रश्न के वार्तालाप को बताया की पार्टी की घुट वजी में पार्टी को कमजोर कर रही है। मगर जब निष्ठावान लोगो कि सूची में से ही पद मिलता है ,तो दूसरे कार्यकर्ताओ में आशा बनती है कि इसके बाद हमारे जैसे निष्ठावान साथियो को भी मौका मिल सकता है। ऐसे नियुक्तियों से कार्यकर्ताओ में निराशा और हताश की भावना नहीं पनपती है। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन कि मजबूती के लिए पार्टी विशेष कि बेहतर भविष्य कि प्रयत्न संभावना और पार्टी संगठन में काम करने वाले साथियो का सम्मान करना जरुरी है। इन दोनों में से एक का भी अभाव होता है ,तो कोई भी संगठन लगातार कमजोर होते जाती है। उन्होंने कहा कि पार्टी को सक्रिय कर धारदार प्रितभा कि भूमिका में लाने के लिए संगठन का सशक्तिकरण आवश्यकता है। प्रखंड जिला और प्रदेश का अध्यक्ष या पार्टी संगठन का कोई भी पदधारी पार्टी का प्रीतिक और दूत है ,जिसके माध्यम से नेतृत्व ,नीति और कार्यकम आम कार्यकर्ताओ के माध्यम से जनता तक पहुँचती है। इन्ही कार्यकर्मो के माध्यम से जनता का जुड़ाव पार्टी विशेष के साथ बनता है। उन्होंने कहा कि पार्टी के छोटे या बड़े पद पर कार्य करने वाले नेता का दो ही काम होता है। जनता को अपनी ओर आकृत करना ओर आकृत हुई जनता को प्रभावित कर उनको पार्टी का श्थायी समर्थन बनाना।