जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 11 मई ::
मानव अधिकार रक्षक की पहल पर नालंदा के आरक्षी अधीक्षक (एस पी), उप पुलिस अधीक्षक (डी एस पी) और सब डिविजनल पुलिस ऑफिसर (एस डी पी ओ) ने नालंदा की पीड़िता अंजनी कुमारी के मामले में पुनः जाँच करने, मेडिकल इंजरी और मानव अधिकार रक्षक के सदस्यों के साथ महिला थाना प्रभारी के द्वारा किए गये दुर्व्यवहार के मामले पर जाँच करने का आश्वासन दिया है। उक्त जानकारी मानव अधिकार रक्षक के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि बुधवार को संस्था की संस्थापिका रीता सिन्हा और जिला अध्यक्ष पूजा सिन्हा ने पीड़िता अंजनी कुमारी को लेकर नालंदा गई थी और नालंदा में एस पी, डी एस पी और एस डी पी ओ से मिल कर कठिनाइयों से रू ब रू करायी। रू ब रू होने के बाद उन्होंने आश्वासन दिया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि मामला 28अप्रैल 2023 की है, जब मानव अधिकार रक्षक टीम को नालंदा की युवती अंजनी कुमारी द्वारा संस्था को लिखित रूप में अपने पति द्वारा प्रताड़ित की शिकायत देते हुए बताई कि 19 अप्रैल को प्रताड़ना का लिखित आवेदन बिहार शरीफ महिला थाना में दर्ज है करायी है, लेकिन कोई करवाई नहीं हुआ है। इस संबंध में मामले की पूरी तहकीकात करने के लिए जब मानव अधिकार रक्षक संस्था की महिला टीम बिहार शरीफ महिला थाना पहुंची तो थाना प्रभारी द्वारा संस्था के महिला टीम के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार किया और उन्हें जानकारी देने से पूरी तरह मना कर दिया।
उन्होंने बताया कि संस्था की महिला टीम ने बिहार शरीफ महिला थाना के द्वारा की गई दुर्व्यवहार की विडियो भी बनाई थी ताकि प्रमाण के रूप में कम आ सके। पुलिस कर्मियों के व्यवहार को सही करने करने के उद्देश्य से बिहार पुलिस के “I.G. (Weaker Section)” के समक्ष पूरे मामले को रखा गया और I.G. के द्वारा “नालंदा एसपी” को फोन कर सख्त निदेश दिया गया कि पूरे मामले की जांच कर जल्द से जल्द उस महिला थाना प्रभारी के ऊपर कार्यवाही होनी चाहिए।।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि 03मई 2023 को मानव अधिकार रक्षक की संस्थापिका रीता सिन्हा के साथ पटना जिला अध्यक्ष पूजा सिन्हा, एक्टिव मेंबर गीता प्रसाद, सरिता, किरण कुमारी एवं निरंजन कुमार नालंदा की रहने वाली अंजनी कुमारी के मामले को लेकर नालंदा एसपी से जाकर मिली और पूरे मामले को बताया इनके मामले को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया और साथ ही बिहार शरीफ के सदर अस्पताल में जाकर अंजनी कुमारी के जांच की रिपोर्ट की मांग की तो वहा के डॉक्टर का कहना था कि जाँच रिपोर्ट थाना में भेज दिया गया। जाँच रिपोर्ट के संबंध में अंजनी कुमारी का कहना है कि रिपोर्ट सारा बदल दिया गया है और उसके सारे जख्मों को नॉर्मल दिखाया गया है। संस्था की संस्थापिका रीता सिन्हा को शक है की इस मामले में थाना और अस्पताल की मिली भगत है जिसके लिए हमारी टीम पूरी सख्ती से इस मामले को लेगी और हर सफल प्रयास कर अंजनी कुमारी को न्याय दिलाएगी।
उन्होंने बताया कि बुधवार (10मई 2023) को जब मानव अधिकार रक्षक टीम ने नालंदा एसपी, डीएसपी और एसडीपीओ से मिली तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए आश्वासन दिया। बुधवार को मानव अधिकार रक्षक टीम में बिहार शरीफ जाने वालों में गीता प्रसाद, किरण कुमारी, सरिता, देखो बिहार के मुख्य संपादक धीरज सिंह और बिहार वार्ता के संपादक रोहित मिश्र शामिल थे। इन्होंने दोपहर 12 बजे से रात 11 बजे तक लगातार निस्वार्थ भाव से मानव अधिकार रक्षक संस्था और पीड़िता अंजनी कुमारी सहयोग किया।