ट्विटर आंदोलन में कोशी प्रक्षेत्र के लाखों छात्र छात्राएं बढ़ चढ़ कर भाग लेंगे

कुशहा त्रासदी के समय राज्य सरकार और केन्द्र सरकार ने कहा था कि कोशी कमिश्नरी मुख्यालय सहरसा में एक स्वास्थ्य के क्षेत्र में उच्च संस्थान की जरूरत है और मोदी जी ने 2015 के आम बजट में देश को 6 एम्स दिए जिसमें एक उत्तर बिहार के सहरसा में प्रस्तावित कर के घोषणा कर दिया गया लेकिन कमजोर नेतृत्व के कारण सहरसा से छीन कर दरभंगा ले जाया गया जो मंत्री संजय झा के कारण दरभंगा में फंसा हुआ है । दरभंगा में एम्स मानक के हिसाब से कहीं भी जमीन नहीं है और सहरसा के शहरी क्षेत्र में 300 एकड़ भूमि खाली है जिसमें 217.74 डिसमिल जमीन उपलब्ध करा दी गई है जिसमें 52 एकड़ भूमि सरकारी है ।
कोशी विकास संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष श्री विनोद कुमार झा और संरक्षक प्रवीण आनंद ने बताया कि की सहरसा कोशी प्रक्षेत्र का मुख्यालय है और बीमारी का कारखाना बन गया है यहां एक भी रिसर्च सेंटर नहीं है और सरकार का एक पैसा भी ध्यान नहीं है सिर्फ थोक में वोट चाहिए । रविवार को सुबह आठ बजे से 10 बजे तक ट्वीटर पर आंदोलन चलेगा जिसमें नए उमर छात्र छात्राएं युवा शक्ति भारी संख्या में ट्वीट करेंगे और करवाएंगे ।
मिथिलांचल के लोग देश दुनियां में जहां भी बसे हैं वहीं से इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाएंगे ।
इस आंदोलन से अगर नहीं फर्क पड़ता है , सरकार एम्स नहीं देती है तो कोशी के सभी जिलों को सील कर दिया जाएगा , अनिश्चित कालीन सड़क और रेल मार्ग बंद होगी सभी संस्थान बंद हो जाएगा बाजार सब बंद रहेगा जिसकी सारी जबाबदेही नितीश कुमार और संजय झा की होगी ।

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