कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी को देखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने छात्रों को राहत देते हुए शानदार तोहफा दिया है। सीबीएसई ने अगले साल के लिए अपने पाठ्यक्रम में 30 फीसदी की कटौती का ऐलान कर दिया है। सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों और एनसीईआरटी पाठ्यक्रम से पढ़ाई करवाने वाले 22 राज्यों में 2020-21 शैक्षणिक सत्र के लिए सिलेबस एक-तिहाई (करीब 30 फीसदी) कम या छोटा होगा। एनसीईआरटी और सीबीएसई बोर्ड के विशेषज्ञों की एक कमेटी ने 9वीं से लेकर 12वीं कक्षा के सिलेबस में कटौती का खाका तैयार किया है। वहीं, 8वीं तक की कक्षाओं के लिए CBSE ने स्कूलों को खुद सिलेबस पर फैसला करने को कहा है।
दरअसल, कोरोना महामारी के चलते देशभर के सभी स्कूल मार्च के महीने से ही बंद हैं। स्कूलों के लंबे समय तक बंद रहने से छात्रों की पढ़ाई का काफी प्रभावित हुआ है। पढ़ाई में हुए इस नुकसान के मद्देनजर छात्रों के दबाव को कम करने के लिए सीबीएसई ने 2020-2021 के लिए स्कूल के सिलेबस को 30 फीसदी कम कर दिया गया है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने खुद से इस बात की जानकारी दी है।
HRD मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा है कि देश और दुनिया में पनपे हालातों के मद्देनजर CBSE को पाठ्यक्रम को संशोधित करने और कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के लिए कोर्स के दबाव को कम करने की सलाह दी गई थी। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में आगे कहा कि सीखने की उपलब्धि के महत्व को ध्यान में रखकर, मुख्य कॉन्सेप्ट्स को बरकरार रखते हुए सिलेबस को 30 फीसदी तक कम करने का निर्णय लिया गया है।