छठ व्रतियों के बीच बांटी गई पूजन सामग्री

राजीव रंजन की रिपोर्ट पटना अशोक नगर रोड नंबर 2 कंकड़बाग में राजधानी क्लब के द्वारा छठ व्रतियों के लिए पूजा सामग्री का वितरण किया गया. सामग्री वितरण के दौरान सैकड़ों की संख्या में छठ कर रही महिलाएं मौजूद थी छठ सामग्री वितरण कर रहे स्थानीय प्रीतम कुमार ने लगभग सैकड़ों व्रतियों के बीच चांदी की बिछिया, नारियल,सुप,और छठ सामग्री एवं अन्य सामानों का वितरण किया. उन्होंने बताया कि उनका प्रयास है कि इस वर्ष के भांति हर वर्ष लोक आस्था का महा पर्व छठ के शुभ अवसर पर छठ…

*मां सिद्धिदात्री ने भगवान शिव को 18 प्रकार की सिद्धियाँ दी थी – नवरात्र में नवमी को होती है मां सिद्धिदात्री की पूजा* 

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 10 अक्तूबर :: ‘नवरात्र’ शब्द से नव अहोरात्रों (विशेष रात्रियों) का बोध होता है। इस अवधि में मां दुर्गा के नवरूपों की उपासना की जाती है। ‘रात्रि’ शब्द सिद्धि का प्रतीक है। भारत के प्राचीन ऋषि-मुनियों ने रात्रि को दिन की अपेक्षा अधिक महत्व दिया है, इसलिए दीपावली, होलिका, शिवरात्रि और नवरात्रि आदि उत्सवों को रात में ही मनाने की परंपरा है। मान्यता यह भी है कि नवरात्रि के दिनों में मां दुर्गा, धरती पर आती हैं और नौ दिनों तक अपने स्वागत करने वाले भक्तों…

*महागौरी की वाहन बैल और सिंह दोनों ही हैं- नवरात्र के आठवां दिन होती है आराधना-पूजा*             

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 09 अक्तूबर :: नवरात्र के नौ दिनों की आराधना क्रम में आठवां दिन मां महागौरी की आराधना- पूजा होगी। नवरात्र के पहले दिन से सातवें दिन तक देवी दुर्गा के शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, मां कूष्मांडा, मां स्कंदमाता, मां कात्यायनी और मां कालरात्रि की पूजा हो चुका है। अब अंतिम दो दिन मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री की दिव्य रूप की पूजा होगी। नवरात्र के आठवें (अष्टमी) दिन मां दुर्गा का आठवां स्वरूप महागौरी की पूजा आराधना होगी। अष्टमी तिथि को कुंवारी पूजा के नाम से और…

संतान सुख के लिए किया जाता है मां स्कंदमाता की पूजा – नवरात्र के पांचवां दिन होता है मां स्कंदमाता की पूजा

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 06 अक्टूबर:: आश्विन माह में मनाई जाने वाली शारदीय नवरात्र 03 अक्टूबर से शुरू हो गई है। नवरात्र में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। हर दिन माता के खास रूप की पूजा का विधान है। शारदीय नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा और चौथे दिन कुष्मांडा की आराधना हो चुकी है। अब पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा होनी है। मां दुर्गा की भक्ति, साधना और पूजा-पाठ का महापर्व उत्सव को शारदीय नवरात्र कहा जाता…

मधेपुरा के सिरसिया के दुर्गा मंदिर में धूमधाम से हो रहीं है माँ दुर्गा की पूजा, सिरसिया की देवी मां करती है मुरादें पूरी, नवरात्रि के पहले दिन निकली कलश शोभायात्रा

राकेश कुमार की रिपोर्ट मधेपुरा : बिहार के मधेपुरा जिले में नवरात्रि की धूमधाम से तैयारी की जा रहीं है। बताते चले कि मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड अंतर्गत सिरसिया दुर्गा मंदिर में धूमधाम से पूजा की जाती है और दशहरा यानि नवरात्रि से पहले तैयारी शुरू कर दी जाती है। आपको बता दे कि यहां पहुंचने वाले भक्तों की मुदादें पूरी होती है। मां के मंदिर में दूरदराज सहित आसपास के कई गांव के भक्त पूजा अर्चना को पहुंचते हैं। धार्मिक मान्यता है की सिरसिया गांव सहित आसपास के…

नवरात्र में तीसरे दिन मां चन्द्रघंटा की होती है पूजा – बुरी आत्माओं और बुरी ऊर्जाओं को दूर करती है मां चन्द्रघंटा

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 04 अक्तूबर :: शारदीय नवरात्र को देवी दुर्गा के नौ शक्तियों के मिलन का पर्व भी कहा जाता है। यह पर्व प्रतिपदा से शुरू होकर नवमी तक चलने वाली नवरात्र नवशक्तियों से युक्त और प्रत्येक शक्ति का अपना अपना महत्व होता है। इस नौ दिन में मां दुर्गा का प्रत्येक रूप अद्भुत और अद्वितीय शक्ति से भरा रहता है। नवरात्र के पहले दो दिन देवी दुर्गा के शैलपुत्री और ब्रह्मचारिणी के रूपों की पूजा हो चुकी है। मां दुर्गा का तीसरा स्वरूप चन्द्रघंटा है। अब तीसरा…

नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 03 अक्तूबर :: शारदीय नवरात्र नौ दिन का त्योहार है और प्रत्येक दिन मां दुर्गा के अलग- अलग रूप की स्तुति की जाती है। मां का प्रत्येक रूप अद्भुत और अद्वितीय शक्ति है। नवरात्र के पहले तीन दिन देवी दुर्गा के शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी और चन्द्रघंटा की पूजा होती है। फिर अगले तीन दिन माता की कोमल रूप का पूजा यानि मां कूष्मांडा, मां स्कंदमाता और मां कात्यायनी की पूजा होती है। उसके बाद अंतिम तीन दिन मां कालरात्रि, मां महागौरी और मां सिद्धिदात्री की दिव्य रूप…

गीता” ज्ञान के पश्चात “अर्जुन” की स्थिति

लेखक: अवधेश झा गीता ज्ञान परमतत्व का ज्ञान है! अर्थात आत्म स्थिति की समस्त ज्ञान है। गीता प्रसाद ग्रंथ है इसे ग्रहण करने वाले को ब्रह्म पुष्टि, संतुष्टि और ब्रह्म की प्राप्ति होती है। गीता समस्त वेदांत दर्शन का सार है। गीता ज्ञान यज्ञ है, इसमें हवन करने वालों का समस्त संशय रूपी अज्ञानता शीघ्र भस्म हो जाता है और पूर्ण ज्ञान का उदय होता है। इस पावन गीता में समस्त उपनिषदों के ज्ञान का समग्र और संग्रह स्वरूप उपस्थित है, जिसमें आत्मा के विषय में सूक्ष्मता से बताया गया…

होईहें वही जो राम रचि राखा

प्रदीप कुमार पटना। सत्ताधिकारी जब धर्म की ओर गति करते धर्मानुरागी धर्मनिष्ठ होते हैं, तो देश और धर्म सशक्त, जनता सुखी और सज्जन हो जाती है। दूसरी तरफ धर्माधिकारी जब राजनीतिन्मुख हो जाते हैं, तो धर्म की हानि तो होती ही है, स्वयं उनके प्रतिष्ठा की भी हानि होती है। यही नहीं समाज भी भोगोन्मुखी हो जाता है। यही आज की परिस्थिति भी है और लगभग यही हो भी रहा है। सोमवार 22 जनवरी 2024 को न सिर्फ भारत बल्कि पूरा विश्व, एक ऐसी धारा का साक्षी बनेगा जिसके लिए…

धार्मिक न्यास बोर्ड के समाप्त होने और सरकारी नियन्त्रण से मठ मन्दिरों के मुक्त होने तक संघर्ष जारी रहेगा – आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार में होगा साधू मुख्यमंत्री : डॉ राकेश दत्त मिश्र

जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 03 दिसम्बर :: धार्मिक न्यास बोर्ड के समाप्त होने और सरकारी नियन्त्रण से मठ मन्दिरों के मुक्त होने तक संघर्ष जारी रहेगा – आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार में होगा साधू मुख्यमंत्री। उक्त बातें रविवार को पटना के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आई एम् ए) हॉल में भारतीय जन क्रांति दल डेमोक्रेटिक के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ राकेश दत्त मिश्र ने कही। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म रक्षा सम्मेलन का आयोजन भारतीय जन क्रांति दल डेमोक्रेटिक एवं मठ मन्दिर बचाओ महाभियान के संयुक्त तत्वाधान में किया गया था।…