पैदा होते ही डॉक्टर ने 65000 में किया नवजात का सौदा, बच्चों की खरीद-फरोख्त करनेवाले का मधेपुरा जिला प्रशासन ने किया भंडाफोड़

पैदा होते ही डॉक्टर ने 65000 में किया नवजात का सौदा, बच्चों की खरीद-फरोख्त करनेवाले का मधेपुरा जिला प्रशासन ने किया भंडाफोड़

राकेश कुमार
जुलाई 31, 2021

बिहार के मधेपुरा में उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत चौसा थाना के ठीक सामने वर्षों से चल रहे बाबा विशु राउत हॉस्पिटल में नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त के मामले का मधेपुरा जिला प्रशासन ने भंडाफोड़ किया है। गुप्त शिकायत के आधार पर जिलाधिकारी श्याम बिहारी मीणा द्वारा गठित टीम ने अस्पताल पर छापा मारकर संचालक और चिकित्सक डॉ रिंकेश कुमार रवि सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर नर्सिंग होम को सील कर दिया है। जिला प्रशासन ने नवजात बच्चों की खरीद-बिक्री से जुड़े बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है।

पहले जिला प्रशासन के एक अधिकारी सादे लिबास में नवजात बच्चे की खरीदारी के लिए नर्सिंग होम पहुंचे। अधिकारी ने संचालक और चिकित्सक डॉ रिंकेश कुमार रवि से नवजात के सौदे को लेकर बातचीत की। संचालक चिकित्सक ने नवजात की कीमत 80 हजार रुपया बताया, कीमत कम कराने के बाद चिकित्सक से 65000 में डील फाइनल कर दी। अधिकारी रुपये लेकर आए जिसके बाद बच्चे को चिकित्सक द्वारा दिया गया, फिर क्या था प्रशासन की पूरी टीम पहले से ही सक्रिय थी, काम होते ही छापेमारी शुरू कर दी गई। छापेमारी के दौरान टीम ने नवजात बच्चा और 65 हजार रुपये चिकित्सक से बरामद किया। जिसके बाद संचालक चिकित्सक और अन्य दो सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया साथ ही नर्सिंग होम को सील कर दिया गया है।

अनुमंडल पदाधिकारी राजीव रंजन कुमार सिन्हा, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने इस छापेमारी को अंजाम दिया। इस टीम में पुलिस अधिकारी, बीडीओ, सीओ समेत चिकित्सकों का दल भी शामिल था। जब इस टीम ने संचालित नर्सिंग होम में छापेमारी की तो कई तरह- तरह के मामले सामने आये। बिना रजिस्ट्रेशन के ही चल रहे इस फर्जी नर्सिंग होम में अवैध तरीके से पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड सेंटर भी संचालित था, डॉक्टर के पास भी एमबीबीएस की डिग्री नहीं थी।

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