बिहार में विधायकों पर नजर रख रही है सभी पार्टीयाँ
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 05 जनवरी :: बिहार में गठबंधन की सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- 74 और जनता दल यूनाइटेड (जदयू)- 43 सदस्यों के साथ सत्ता पर काविज है। राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद)जिसके पास- 75 सदस्य हैं। जदयू अपने कुनबे को बढ़ाने में जुटे हैं, वहीं भाजपा कांग्रेस और राजद के असंतुष्ट विधायकों पर नजर रखी हुई है।
जदयू ने अभी तक बसपा के एक मात्र विधायक को जदयू में शामिल किया है, जबकि ओवैशी की पार्टी के पांचों विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद कयासों का दौर जारी है।
राजद के तीन विधायक उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद से मिले थे, उसके बाद से यह कयासों का दौर शूरू हो गया कि बिहार में अब लालू प्रसाद की राजद भी टूटने के कगार पर है। दूसरी तरफ यह भी माना जा रहा है कि जदयू दूसरे दलों को अपनी पार्टी में विलय करा रही है।
उपेंद्र कुशवाहा और मुख्यमंत्री नितीश कुमार की मुलाक़ात ने बिहार से लेकर दिल्ली तक के राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार भी और 12 विधान पार्षद के मनोयन को लेकर जदयू और बीजेपी के बीच अभी तक तालमेल नहीं हो पा रहा है। दिल्ली में इस मामले को लेकर जे पी नड्डा के साथ सुशील मोदी, भूपेंद्र यादव, रेणु देवी, संजय जायसवाल, नागेंद्र ठाकुर, तारकिशोर प्रसाद की बैठक हुई लेकिन मंत्रिमंडल का विस्तार कब तक होगा से पर्दा नहीं हो उठ सका है।
उप मुख्यमंत्री से मिलने बाले विधायकों में राजद के विभा देवी, राम विशुन सिंह और चंद्रशेखर है, जिन्होंने डिप्टी सीएम के पटना स्थित पांच देशरत्न वाले सरकारी आवास पर मिले थे। मुलाकात के बाद विधायकों ने कहा कि वो अपने क्षेत्र के विकास के लिए मिलने गए थे।
बिहार के बीजेपी विधायक और डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद हर मंगलवार को जनता दरबार लगा रहे हैं और इसी दौरान ये तीनों विधायक मिलने पहुँचे थे।
एलजेपी के विधायक भी नीतीश कुमार की तारीफ कर चुके हैं, जो कभी भी नीतीश कुमार के साथ जा सकते हैं. लिहाजा माना जा रहा है कि बीजेपी भी अब दूसरे दलों के विधायकों पर डोरे डालना शुरू कर चुकी है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने पहले ही कह चुके हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार के दिन ही गिरेगी नीतीश की सरकार ।
उन्होंने ने कहा है कि नई सरकार को बने कई महीने हो गए, लेकिन कैबिनेट विस्तार में हो रही देरी से सरकार के सारे कार्य ठप पड़े हैं। बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार को निबटाने के चक्कर में लगा हुआ है।