भारत सरकार में पूर्व एडीजी रहे और सामाजिक संस्था बाबू धाम ट्रस्ट के संस्थापक वाल्मीकिनगर लोकसभा के लिये निर्दलीय पर्चा दाखिल करेंगे।कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस इस बार मंजूबाला पाठक को उम्मीदवार बनाएगी पर ऐसा हो ना सका।इस बार अजय प्रकाश पाठक निर्दलीय ही पर्चा दाखिल करेंगे और चुनाव लड़ेंगे।
ज्ञात हो कि मंजूबाला पाठक पिछले दस वर्षों से पार्टी की सेवा कर रही है।पार्टी के द्वारा समरोहित सामाजिक कार्यों के अलावा खुद भी पार्टी के झंडे तले सामाजिक सेवा में लगी रही है।पर इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने इनको निराश किया।पूछने पर अजय प्रकाश पाठक बताते है कि कांग्रेस नेताओ के कहने पर ही उन्होंने अपनी सरकारी सेवा से वीआरएस लिया और जन भावनाओ के सम्मन के लिए मैदान में उतर रहे है।पिछले एक दशक से श्री पाठक ने अनेको उत्कृष्ट कार्यो को अंजाम दिया है।
आपको बता दें कि लॉकडौन में भी श्री पाठक के द्वारा किये गये कार्य बहुत अनुकरणीय रहे है।लाखो लोगो तक सीधे मदद पहुचाने का काम किया गया बाबू धाम ट्रस्ट के द्वारा।अब जब चुनावों में पार्टियां हेलीकाप्टर प्रत्याशी उतारने पर आमादा हैं ऐसे में श्री पाठक के द्वारा जनभावना के लिए मैदान में उतरना कितना सही है ये तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा पर अजय प्रकाश पाठक का यूं निर्दलीय मैदान में आना आम जनमानस में चर्चा का विषय बना हुआ है।