मसान नदी कटाव स्थल का निरीक्षण कर ग्रामिणों के बीच राज्य के पदाधिकारियों से निवेदन किया… एपी पाठक
मसान नदी के कटाव से सेराहवा, बहुअरी , महुई सहित देवराज के दर्जनों गांव प्रभावित हैं।
ज्ञात हो कि मसान नदी अपने पूर्व के मार्ग को छोड़कर उक्त गांवो की तरफ बहने लगी हैं। हजारों एकड़ फसलें बरबाद हो गई हैं। स्थानीय लोग घर छोड़कर पलायन कर गए है।कल सुबह सैकड़ों लोगों ने भारत सरकार के पुर्व एडीजी और बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक के स्थानीय निवास आकर मदद की गुहार लगाई।
पाठक जी खुद मसान नदी जाकर ग्रामीणों के साथ भौतिक निरीक्षण किए और तबाही देखी।
उन्होंने छोटे स्तर पर तात्कालिक फ्लड फाइटिंग का काम का भी मुआयना किया और ठेकेदार को निर्देश दिया की इसकी मजबूती और लंबाई और बधाई जाए।
साथ ही दूरभाष पर सारे ग्रामीणों के बीच सिंचाई विभाग और आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव संजीव हंस जी से बात कर स्थाई गाइड बांध बनवाने का निवेदन किया ।पाठक जी के निवेदन पर प्रधान सचिव ने गाइड बांध निर्माण बरसात बाद करवाने की स्वीकृति दिया जिससे ग्रामीणों में काफी हर्ष व्याप्त हुआ।
श्री पाठक ने बाबु धाम ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं को मौके पर मौजूद रहने और प्रभावितों को हर संभव मदद दिलाने का निर्देश दिया।
ज्ञात हो कि ऐसी ही तबाही पुर्व के सालों में रायबारी महुवावा और झरमहुई के तरफ मसान नदी ने किया था जिसके आलोक में ग्रामीणों के निवेदन पर पाठक जी ने प्रशासन , विभाग और वरीय डिविजनल अभियंताओं से बात कर छोटे स्तर पर ठोकरों की निर्माण में मदद करवाई थी।
ज्ञात हो की बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक बाढ़ प्रभावित जगहों का दौरा दशकों से करते आ रहे है और प्रभावितों का मदद करते आ रहा हैं।
चाहें रामनगर की रामरेखा नदी हो, मसान नदी हो , गंडक नदी का कटाव क्षेत्र हो या पंडई नदी सब जगह के प्रभावितों को बाबु धाम ट्रस्ट मदद करते आ रहा है । स्वयं एपी पाठक और उनकी धर्मपत्नी मंजुबाला पाठक प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते है और लगातार मदद सामग्री लोगों के बीच ट्रस्ट के बैनर तले बंटता है और साथ ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बात कर सड़क मरम्मती पर भी जोर देते है।