जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 06 दिसम्बर, 2025 ::
डॉ. आर. के. गुप्ता, चर्म रोग विशेषज्ञ ने बताया कि सर्दियों में त्वचा को खास देखभाल की जरूरत होती है। थोड़ी सी सजगता और सही देखरेख त्वचा को पूरे मौसम मुलायम, स्वस्थ और सुरक्षित रखा जा सकता है। सर्दियों के आते ही हवा का रुख बदल जाता है और इसी के साथ त्वचा में भी कई तरह के परिवर्तन शुरू हो जाते हैं। ठंडी हवाएँ त्वचा से प्राकृतिक नमी और तेल धीरे-धीरे खींच लेती हैं, जिससे त्वचा रुखी, खुरदरी और संवेदनशील होने लगती है। अक्सर लोग इन शुरुआती संकेतों को हल्के में ले लेते हैं, जबकि यही लापरवाही आगे चलकर बड़ी त्वचा संबंधी समस्याओं का कारण बन सकती है।
उन्होंने बताया कि ठंडे वातावरण में नमी की कमी हो जाती है। हवा शुष्क हो जाती है, जिससे त्वचा में कसाव, खिंचाव और सफेद परत जमने जैसी समस्याएँ बढ़ने लगती हैं। अगर समय पर देखभाल न की जाए, तो पूरे शरीर या कुछ हिस्सों में खुजली, लाल चकत्ते (Rashes), हाथ-पैर का फटना, फटने से खून निकलना एव दर्द, त्वचा में जलन और संवेदनशीलता जैसी स्थितियाँ आम हो जाती हैं। लगातार अनदेखी करने पर यही मामूली दिखने वाली समस्याएँ सोरायसिस और एक्ज़िमा जैसी गंभीर त्वचा रोगों का रूप ले सकती हैं। उन्होंने बताया कि सर्दियों में कई लोग गर्म पानी से लंबे समय तक नहाते हैं, जिससे त्वचा की नमी तेजी से खत्म हो जाती है। इसके अलावा ठंड में पानी पीना कम हो जाता है, जिससे शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ता है और त्वचा और भी ज्यादा सूखने लगती है।
डॉ. आर. के. गुप्ता ने बताया कि त्वचा को सुरक्षित और मुलायम रखने के लिए गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल करना चाहिए, बहुत गर्म पानी त्वचा को और सुखा देता है। अच्छी तरह पानी पीना चाहिए, ठंड में भी 8-10 गिलास पानी रोज जरूर पीना चाहिए। हरी सब्जियाँ, सलाद और मौसमी फल खाना चाहिए, जो त्वचा को अंदर से पोषण देता है। नारियल तेल, एलोवेरा जेल, ग्लिसरीन युक्त मॉइश्चराइजर नियमित लगाना चाहिए। मेडिकेटेड स्किन प्रोडक्ट ही उपयोग करना चाहिए, सस्ते कॉस्मेटिक से बचना चाहिए। नहाने के तुरंत बाद त्वचा पर मॉइश्चराइजर लगाना नहीं भूलना चाहिए। संवेदनशील त्वचा वालों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। हल्के साबुन, बिना खुशबू वाले प्रोडक्ट और कोमल कपड़ों का प्रयोग करना श्रेष्कर होता है।
उन्होंने बताया कि अगर त्वचा की समस्या लगातार बढ़ रही हो, अत्यधिक खुजली, लालिमा, अचानक फैलते धब्बे, फटना और दर्द, बार-बार होने वाली एलर्जी हो तो तुरंत चर्म रोग विशेषज्ञ (Dermatologist) से संपर्क करना चाहिए। सही समय पर इलाज से समस्या गंभीर होने से बचा जा सकता है।
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