महिला सशक्त मतलब देश सशक्त-मंजूबाला
बिहार महिला कांग्रेस की पूर्व उपाध्यक्ष और बाबू धाम ट्रस्ट की अध्यक्षा श्रीमती मंजूबाला पाठक ने देश की महिलाओं को महिला दिवस की बधाई दी है।उन्होंने कहा महिला सशक्त मतलब परिवार,समाज और देश सशक्त।अपने आवास पर बाबू धाम ट्रस्ट की महिला कार्यकर्ताओ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा अब समय आ गया है जब एक महिला को खुद से सशक्त होना पड़ेगा।एक दूसरे को उत्साहित करने की जरूरत है।जब महिलाएं आर्थिक आज़ाद होंगी तो अपने फैसले खुद ले सकेंगी और अपनी लड़ाई को खुद लड़ सकेंगी।
आपको बता दें बाबू धाम ट्रस्ट एक सामाजिक संस्था है और महिला उत्थान के लिए लगभग एक दशक से कार्यरत है।बाबू धाम ट्रस्ट की अध्यक्षा महिलाओं के अधिकारों के लिए हमेशा से मुखर रही है।इसी कड़ी में उन्होंने महिला दिवस को उत्सव के रूप में मनाया।समाज मे महिलाओं के खिलाफ हो रही अनैतिकता पर उन्होंने कहा कि सिर्फ कानून से घटनाओं पर रोक नही लगाई जा सकती।बच्चों में संस्कार डालने होंगे।उन्हें बताना होगा कि हमारी संस्कृति में महिलाएं पूज्यनीय रही है।उन्हें सम्मान हर हाल में देना पड़ेगा।
इस बाबत जब हमारे संवाददाता ने उनसे संपर्क किया तो उन्होंने टेलीफोनिक वार्ता में कहा कि शुरूवात हो चुकी है।पश्चिमी चम्पारण की महिलाएं अब पहले से ज्यादा सशक्त नज़र आती हैं।अभी हाल ही में केले के पत्तो से रेशम बना कर चम्पारण की महिलाओं ने पूरे देश मे वाह वाही पाई थी।उनके इस सकारात्मक सोच के पीछे की वजह उन्होंने अजय प्रकाश पाठक को माना।उनका कहना था कि अगर ऐसा नज़रिया अभी पुरुष समाज मे आ जाये तो निश्चय ही महिलाओं को खुद पर गर्व होगा और महिला और पुरुष कंधे से कंधा मिला कर भारत को विश्व गुरु बनाने में लग जाएंगे।