सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य बनने के बाद संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह की पूर्व संध्या पर न्यूयॉर्क में आयोजित एक वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमनें 150 से अधिक देशों में चिकित्सा एवं अन्य सामग्री पहुंचाई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अस्थायी सीट पर भारत के निर्वाचन के बाद यह पहली बार है जब पीएम नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र की बैठक में शामिल हुए हैं.
भारत सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 सत्र के लिए निर्वाचित हुआ है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ केयर योजना है. मुश्किल वक्त में भारत सबसे पहले मदद करता है. PM मोदी ने जोर देते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में सुधार की बहुत जरूरत है. पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल सिस्टम को बदलने की जरूरत है.
पीएम मोदी ने कहा कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दुनिया बदल गई है, भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. हम अपनी महिलाओं को सशक्त बनाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. पिछले 6 साल में हमने डायरेक्ट बिनिफिशियर प्रोग्राम के लिए 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं. जरूरतमंद लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंचाए.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार की ओर से चलाई जा रही आयुष्मान भारत योजना कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लोगों की मदद कर रही है. हमारे खाद्य सुरक्षा योजना से 830 मिलियन नागरिकों को लाभ मिला है. पीएम मोदी ने कहा कि पीएम आवास योजना के जरिए 2022 तक हर भारतीय के सिर के ऊपर अपनी क्षत होगी जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि हम एजेंडा 2030 को पूरा करने के लिए प्रयासरत हैं. हम विकासशील देशों की मदद कर रहे हैं. हमारा उद्देश्य है सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास. पीएम मोदी ने कहा कि पांच साल में हमने 38 मिलियन कार्बन उत्सर्जन कम किया. पीएम मोदी ने कहा कि हमने साल 2025 तक टीबी की पूरी तरह से खत्म करने का लक्ष्य रखा है. विकास के रास्ते पर आगे बढ़ते हुए हम धरा के प्रति अपनी जिम्मेदारियां नहीं भूल रहे हैं.