महिला एवं बाल विकास विभाग ने निषेध निदेशालय के साथ मिलकर अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया। विभाग ने वीडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए नशा मुक्ति के बारे में चर्चा की। चर्चा का विषय रहा, कोविड-19 महामारी में पदार्थ के उपयोग के विकारों के लिए चुनौतियां, जिसमें महिला एवं बाल विकास विभाग सचिव सहित कई संस्थाओ और स्टेक होल्डर्स ने हिस्सा लिया।
1. इन्स्टिट्यूट ऑफ़ ह्यूमन बिहेव्यर एंड ऐलायड साइंसेज (IHBAS)
2. दिल्ली स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी (DSLSA)
3. आल इंडिया इन्स्टिटूट ऑफ मेडिकल साइयन्स (AIIMS)
4. दिल्ली स्टेट एड्ज़ कंट्रोल सोसायटी
5. इंटेग्रेटेड रीहैबिलिटेशन सेंटर फॉर ऐडिक्ट्स
6. सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय
7. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो
8. चिकित्सा प्रभारी, नशामुक्ति और डिमांड रिडक्शन सेंटर , सुल्तानपुरी.
कैबिनेट मंत्री, राजेंद्र पाल गौतम ने इस मीटिंग के शुरुआत में ड्रग्स दुरुपयोग के मामलों को बारीकी से जाँचने की आवश्यकता को सामने रखा और कहा यदि इसे जड़ से मिटाना है तो सभी संस्थाओ को साथ मिलकर काम करना होगा। उन्होंने बच्चों और युवाओं के बीच नशीली दवाओं के दुरुपयोग के बढ़ते कारणों को देखने पर भी जोर दिया,जो पुनर्सुधार केंद्रों में परामर्शदाताओं द्वारा किया।