भारत और चीन सीमा पर मई के महीने से जारी तनाव अब बढ़ गया है. सोमवार की रात को भारत और चीनी सैनिकों के बीच गलवान घाटी के पास हिंसक झड़प हुई. इस घटना में भारत के कुल 20 जवान शहीद हो गए, जिसके बाद दोनों देशों के रिश्तों में एक बार फिर खटास आ गई है.
अभी भी सैन्य स्तर पर बातचीत का सिलसिला जारी है, लेकिन कोई ठोस हल निकलता हुआ नहीं दिख रहा है. इस बीचअमेरिका भी भारत और चीन के बीच जारी इस तनाव पर नजर बनाए हुए है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी का कहना है कि भारत-चीन के बीच LAC पर जो भी चल रहा है, उसपर अमेरिका की पूरी नजर है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने एक चैनल से बातचीत में कहा कि भारत की सेना ने 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है, हम उनके परिवार के प्रति सांत्वना प्रकट करते हैं. भारत और चीन दोनों ही इस बात को राजी हैं कि वो इस विवाद को निपटाना चाहते हैं और बॉर्डर से सैनिक पीछे लेना चाहते हैं.
अमेरिका के अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच संघर्षों को लेकर चिंता जाहिर करते हुए दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है. UN के सहयोगी प्रवक्ता एरी कनेको ने कहा, हम वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच हिंसा और मौतों की खबरों को लेकर चिंतित हैं. दोनों पक्षों से अपील है कि वे अत्यधिक संयम बरतें.