पटना, 24 जून । वंचित समाज पार्टी के उपाध्यक्ष ललित सिंह ने बुधवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के पांच विधान परिषद के सदस्यों के त्यागपत्र देकर जदयू में शामिल होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आडे हाथों लेते हुए कहा कि चुनावी साल में मुख्यमंत्री ने फिर से खरीद-फरोख्त की सियासत प्रारंभ कर सत्ता में बने रहने की कवायद प्रारंभ कर दी है।
सिंह ने ऐसे कार्यो को अनैतिक और अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि नीतीश की राजनीति प्रारंभ से ही खरीद फरोख्त पर आधारित रही है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लिए नीतीश कभी राजद के साथ हों जाएंगें तो कभी भाजपा के साथ हो जाएंगें। कभी जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बना देंगे तो काम निकल जाने के बाद उन्हें बेइज्जत कर कुर्सी से उतार देंगें।
उन्होंने कहा, ’’बिहार में राजग की नेतृत्व द्वारा लगातार विपक्षी विधायकों, सांसदों को तोडने की रही है। इसका क्षणिक लाभ तो मिल सकता है लेकिन जनता सब जानती है।’’
सिंह ने नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि कोई भी उपाय कर लें लेकिन इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश की पार्टी की हार तय है। उन्होंने कहा कि राजग का इस बार मुकाबला राजद से नहीं बल्कि तीसरे मोर्चा से होने वाला है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का स्थान अब लालू प्रसाद के बगल में है। उन्होंने सभी दलों से स्वस्थ लोकतंत्र के लिए कर्मठ और प्रतिबद्ध कार्यकर्ता को ही तरजीह दिए जाने की अपील की।