शकील हैदर, ब्यूरो रिपोर्ट,छपरा बिहार
वाराणसी 24 जून, 2020: पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल का मऊ जं. स्टेशन देश का पहला रेलवे स्टेशन बन गया है जहां पर रेलवे प्रशासन द्वारा कोविड केयर सेन्टर के रूप में परिवर्तित किये गये कोच में कोरोना संदिग्ध मरीजों को रखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि अभी तक इस कोविड केयर सेन्टर में कुल 59 संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया जिनमें में 27 संदिग्ध व्यक्तियों को स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। वर्तमान में 32 संदिग्ध मरीजों को यहाँ रखा गया है। पूर्वोत्तर रेलवे पर स्थित चिकित्सालयों में से दो चिकित्सालयों के कुछ हिस्सों को भी कोविड लेवल-1 हास्पिटल के रूप में चिन्हित किया गया है। ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय, गोरखपुर में 200 बेड की सुविधा कोरोना के मरीजों के इलाज के लिये उपलब्ध करायी गयी है। इसमें अभी तक कुल 142 मरीज भर्ती किये गये, जिनमें से 116 मरीजों को स्वस्थ होने के उपरान्त डिस्चार्ज कर दिया गया तथा 20 मरीज उपचाराधीन हैं। 6 मरीजों को बी.आर.डी. मेडिकल कालेज, गोरखपुर रेफर कर दिया गया।
कोविड-19 से निपटने के लिये भारतीय रेल द्वारा कोचों को कोविड केयर सेन्टर के रूप में परिवर्तित करने का कार्य निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण कर लिया गया है। पूर्वोत्तर रेलवे पर आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष कुल 217 कोचों को समय से पूर्व ही कोविड केयर सेन्टर के रूप में परिवर्तित किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे पर सेवित कुल 14 स्टेशनों- गोरखपुर, वाराणसी सिटी, गोण्डा, बरेली सिटी, मंडुवाडीह, बलिया, मऊ, गाजीपुर सिटी, आजमगढ़, नौतनवा, फर्रूखाबाद, भटनी (02 रेक-01 रेक देवरिया सदर) बहराईच एवं कासगंज पर रेलवे कोच कोविड केयर सेन्टर लगाये जाने की माँग है, जिसके अनुपालन में पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा उक्त स्टेशनों पर रेकों को पहुँचा दिया गया है। प्रत्येक रेक में कुल 12 कोच लगाये गये है। कोच की संरचना में 10 कोच-कोविड केयर सेन्टर, एक ए.सी.कोच एवं एक एस.एल.आर. लगाया गया है। एक कोच में मरीजों के लिये 08 केबिन बनाये गये है।
भटनी स्टेशन पर 2 रेकों को रखा गया है जिनमें से एक रेक को आवश्यकता पड़ने पर देवरिया सदर स्टेशन पर लगा दिया जायेगा। गोरखपुर में कोच-कोविड केयर सेन्टर, रेक को नकहा जंगल स्टेशन पर खड़ा किया गया है। रेलवे इस आपदा की घड़ी में राज्य सरकार के सहयोग के लिये प्रतिबद्ध है।